Shak Dur Karne Ka Wazifa

दोस्तों शक यदि किसी पर हो जाये तो उसकी अल्लाह के अलावा कोई दवाई नहीं है. शक वो सब कुछ कर सकता है जो एक खतरनाक से खतरनाक दुश्मन नहीं कर सकता। इसलिए आज हम आपको शक की बीमारी का क़ुरानी इलाज और शक न होने का वज़ीफ़ा बता रहे है. इसे पति का शक दूर करने की दुआ भी कहते है.

शक हर इंसान की गई किसी छोटी सी गलतफहमी को लेकर बैठ जाता है।यह एक छोटी सी गलतफहमी इंसान को काफी हद तक नीचे गिरा देती है। जिसकी वजह से वह शक के दलदल में फंसता ही चला जाता है।ऐसे ही दलदल को वह दिन पर दिन और आगे बढ़ाता ही चला जाता है।

इस शक से निकलने का कोई रास्ता नहीं होता कभी-कभी कुछ समझ में नहीं आता।हम अपने चारों तरफ शक के घेरे में ही फसेरहते हैं।यह घेरा जल्दी टूटता बल्कि और ज्यादा बढ़ता जाता है।कई तरह के शक दिल में पैदा होते रहते हैं ना चाहते हुए भी।एक नहीं कई ख्याल शक को और ज्यादा बढ़ाते हैं उसमें तब्दीलियां और पैदा करते हैं।

अगर आप भी इस शक से बहुत ज्यादा परेशान हो गए हैं।तो आज हम आपके सामने बेहतरीन वजीफा लेकर हाजिर है।यह एक कुरानी वजीफा है जिसको आपको करना है।अपने शक को दूर करने के लिए वजीफा अख्तियार जरूर करें।यह वजीफा अल्लाह ताला के नामों में से एक है।वजीफे को करने के लिए सबसे पहले वजू करले।

वजू करना लाजमी है फिर उसके बाद आपको 3 मर्तबा दरूदे पाक पढ़ने है।हुजूर पाक सल्ला वाले वसल्लम को दरूदे पाक का नजराना पेश करना है।फिर अल्लाह ताला के इस मुबारक नाम को आपको 1000 मर्तबा पढ़ना है।

يااللهياهوइंशाल्लाह इस वजीफे से सभी तरह के शक दूर हो जाएंगे।जो शख्स इस वजीफे को बिना नागा करेगा।अल्लाह ताला के इस मुबारक नाम को पढ़ने से वह अल्लाह ताला की तरफ माइल हो जाएगा।

शौहर के शकसे ज्यादा खातूनवहबहनेबहुत ज्यादा परेशान रहती है।कि उनके शौहर उनसे शक सुबह रखते हैं।इस तरह की कई मसले हमको आए दिन देखने को मिलते है।शौहरअपनी बीवियों पर बेइंतेहा शक करते हैं।

जिसकी वजह से लड़ाई झगड़े फसाद वगैरा-वगैरा होना शुरू होजाते हैं।शक को दूर करने के लिए आपके सामने एक वजीफा हाजिर है।जिससे आपके शौहर का शक जल्ददूरहो जाएगा।शौहर के ज़हन से शक को दूर करने और ज़हन को पार्क रखने का बेहतरीन वजीफा है।

यह वजीफा सूरह यासीन का वजीफा है। इस मुबारकसूरहकेअमल करने से इंशाल्लाह आपके शौहर का शक दूर हो जाएगा।यह वजीफा न सिर्फ शक दूर करने के लिए बल्कि कई तरह की परेशानियों को भी खत्म कर देगा।यह वजीफा आप किसी भी शख्स के लिए उसके शक को दूर करने के लिए करसकते हैं।

जैसे भाई बाप मां और रिश्तेदार वगैरा वगैरा साथ ही साथ यह वजीफा करने वाले अपने रिश्तो को मजबूत बना सकते हैं।इस वजीफे को करने के लिए सबसे पहले आपको 21 मर्तबा या अल्लाह मदद फरमा या मोहम्मद मदद फरमा पढ़ना है।फिर उसके बाद आपको 99 बार सूरह यासीन की आयत नंबर 36 को पढ़ना है।

एक बार अतल कुर्सी को पढ़कर अपना दोनों हाथ आसमान की तरफ उठाकर अल्लाह रब्बुल इज्जत से दुआ करना है।इंशाल्लाह यह वजीफा बहुत ही कामयाब वजीफा है इसकी मुद्दत 7 दिन तक की है।इसवजीफे कोआप किसी भी नमाज के बाद कर सकते हैं।इस वजीफे को आप उठते बैठे चलते फिरते किसी भी तरह से अपने अमल में ले सकते हैं।

शक की बीमारी एक ऐसी बीमारी है।जो इंसान को अंदर से खोखला करती है।यह घर के घर इस शक की बीमारी की वजह से खराब हुए है।शकरिश्ते में इतनी कड़वाहट पैदा कर देता हैं कि आप सोच भी नहीं सकते।

जिंदगियां इतनी खराब होजाती हैं।शक की वजह से कि इसको लफ्जों में बयां करना मुश्किल है।लेकिन अगर आपशक को दूर करने के लिए कुरानी अमल की तलाश में है।तो हम आपको कुरानी अमल बताते हैं।जिससे आप शक की बीमारी को जड़ से उखाड़ सकते हैं।

वैसे तो बड़े बुजुर्ग कह गए हैं कि हर बीमारी का इलाज है।लेकिन शक की बीमारी का कोई इलाज नहीं है।किसी डॉक्टर के पास जाएंगे।अगर इस शक को दूर करने के लिए तो भी आप इस बीमारी को अपने से अलग नहीं कर सकते ना ही इस बीमारी का इलाज आपको हासिल हो सकता है।शक की बीमारी लाइलाज बीमारी होती है।

लाइलाज यानी इसका कोई इलाज वाजिब नहीं है।लेकिन अमल के तौर पर देखे तो इस बीमारी को अपने अमल के जरिए दूर किया जा सकता है।सिर्फ और सिर्फ अमल एक ऐसा रास्ता है दुआ ही एक ऐसा रास्ता है। जिससे आप इस लाइलाज बीमारी को अपने से दूर कर सकते हैं।

और शिफा हासिल करने में कामयाब होंगे।आपको करना यह है।कि किसी भी नमाज के बाद आपको अव्वल आखिर 3/3 मर्तबा दरूदे पाक पढ़ने के बाद आपको सूरह नास को 7 मर्तबा पढ़ना है।

पढ़ते वक्त हाथ आपका सीने पर होना चाहिए।और इस आवाज में पड़ेकी सूरह नास की आवाज आपके कानों तक जाए। 7 दिन तक इस अमल को आप जारी रखिए।

शक जैसी मुसीबत से अगर आप बचना चाहते हैं।और आप नहीं चाहते कि किसी भी तरह का शक व शुभा जहन में पैदा ना हो।और जहन पूरी तरह से पाक साफ रहे।अल्लाह ताला से पनाह में रहे।

तो आपको हम बेहतरीन वजीफा और अमल बताते हैं जिसको आप अपने अख्तियार में ले।हमारे कुछ बुजुर्ग बाज़ औकात का यह कहते थे।शौहर मियां बीवी के मसले पर शक को लेकर।कि शौहर का जहर बीवी के लिए खाली मिट्टी के गमले की तरह होता है।

जिसमें कुछ भी बोया जा सकता है।अगर उसमें शक का बीज बो दिया जाए।तो वह इस तरह से पनपे गे।कि आप सोच भी नहीं सकते और पनपने के बाद वह घर की चारदीवारीओ को फाड़ देगा।यह इतना मजबूत इतनी तेजी से बढ़ने वाला बीज होता है।

इसीलिए आप अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए शक जैसी बीमारी से खुद को महफूज रखिए।शक ना होने के लिए आपको सबसे पहले पांच वक्त की नमाज अदा करना है।पा बंदियों के साथ नेक रास्ते पर चले जकात दे।

किसी भी वजीफे को करने से पहले सदका जरिया करें।वजीफा की शक ना होने के लिए आपको करना यह है।कि आपको ईशा की नमाज के बाद सोते वक्त 100 मर्तबा या बतियो पढ़ना है।इस वजीफे को करने के बाद आप खुद पर दम कर सो जाएं।

इंशाल्लाह आप शक से महफूज रहेंगे।अगर आप चाहे तो इसको अपनी जिंदगी में मोसलसल शामिल कर सकते हैं।अपने रिश्तो को मजबूत बनाने के लिए इंशाल्लाह यह वजीफा कामयाब होगा।

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